अमूमन आप ज्यादा मात्रा में कोई चीज खरीदते हैं, तो उसकी कीमत कम होती है, पर ई-वाहन चार्जिंग पर ‘टाइम बेस चार्ज’ लागू होगा। इससे इलेक्ट्रिक व्हीकल को कम देर चार्ज करने पर आपको प्रति यूनिट बिजली की दर कम चुकानी होगी। तय समय से अधिक देर तक या वाहन की बैटरी को पूरी तरह चार्ज करना चाहते हैं, तो प्रति यूनिट अधिक कीमत देनी होगी। देश में सभी चार्जिंग स्टेशन पर यह फॉर्मूला लागू होगा।
ऊर्जा दक्षता सेवा लिमिटेड (ईईएसएल) के प्रबंध निदेशक सौरभ कुमार ने बताया कि इलेक्ट्रिक व्हीकल के लिए पूरी दुनिया में टाइम बेस चार्ज लागू है। यदि फास्ट चार्जर से भी व्हीकल को चार्ज किया जाए, तो भी करीब डेढ़ घंटा चाहिए। जबकि सामान्य चार्जर से आठ घंटे तक लगते हैं।
जागरुकता बढ़ी : देश में ई वाहन धीरे धीरे बढ़ रहे हैं। इलेक्ट्रिक कार के साथ बिजली से चलने वाले स्कूटर, टैम्पो और बस भी सड़क पर आ रहे हैं।
कैब में भी ई वाहन : ईईएसएल कैब सेवा के लिए ई वाहन मुहैया कराने की तैयारी कर रहा है।