बदमाशों से लूट की बरामद रकम में से 70 लाख रुपये डकारने के आरोप में फरार इंस्पेक्टर लक्ष्मी चौहान के दो ठिकानों पर पुलिस ने बुधवार को तलाशी अभियान चलाया। क्षेत्राधिकारी द्वितीय आतिश कुमार सिंह के नेतृत्व में नोएडा और गाजियाबाद में करीब डेढ़ घंटे चले इस अभियान में पुलिस को कुछ खास नहीं मिला है। हालांकि, पुलिस टीम ने आरोपी इंस्पेक्टर के माता-पिता से पूछताछ की है।
क्षेत्राधिकारी आतिश कुमार सिंह ने बताया कि मंगलवार को ही मेरठ स्थित भ्रष्टाचार निवारक कोर्ट से रकम बरामद करने के लिए सर्च वारंट मिला है। इसके बाद उन्होंने बुधवार की सुबह करीब पौने दस बजे लक्ष्मी चौहान के नोएडा स्थित क्लियो काउंटी व वैभव खंड इंदिरापुरम स्थित आवास पर दबिश दी। वैभव खंड इंदिरापुरम स्थित आवास पर तो केवल किराएदार मिले, लेकिन नोएडा में इंस्पेक्टर के माता पिता रहते हैं। उन्हें सर्च वारंट दिखाकर घर की तलाशी ली और माता पिता से पूछताछ की गई।
उन्होंने बताया कि बुधवार की रात इंस्पेक्टर के कुछ और ठिकानों के अलावा इस मामले में नामजद पुलिस कर्मियों के ठिकानों पर दबिश दी जाएगी। पुलिस ने लिंक रोड थाना स्थित एसएचओ आवास में चार दिन पहले छापेमारी की थी। उस दौरान अलमारी से सीएमएस कंपनी के बैग में रखे 1.19 लाख रुपये बरामद हुए थे।
यह है मामला : साहिबाबाद साइट-4 औद्योगिक क्षेत्र स्थित सीएमएस इंफो सिस्टम कंपनी एटीएम में कैश डालने का काम करती है। कंपनी ने 22 अप्रैल को लिंक रोड थाने में कंपनी के कैश कस्टोडियन एजेंट राजीव सचान के खिलाफ करीब 72.50 लाख रुपये गबन का मामला दर्ज कराया था। जांच में यह मामला साढ़े तीन करोड़ रुपये के गबन का निकला। इस मामले में पुलिस ने 24 सितंबर की रात राजीव सचान को साथी आमिर के साथ गिरफ्तार कर उनसे 1.15 करोड़ रुपये बरामद कर लिए। लेकिन फर्द में महज 45 लाख 81 हजार 500 रुपये की बरामदगी ही दिखाई गई।
बाकी आरोपी बाहर के
सीओ ने बताया कि बाकी आरोपी पुलिसकर्मी अलीगढ़, आगरा बुलंदशहर के रहने वाले हैं। बुधवार रात से उनके यहां दबिश दी जाएगी। सीओ ने बताया कि आरोपी पुलिसकर्मियों की संपत्ति की भी जांच कराई जा रही है। इसके लिए पुलिस-प्रशासनिक अधिकारियों को भेज दी गई है।