शार्दुल ने खुद बताया कब और कैसे पड़ा उनका निकनेम ‘लॉर्ड शार्दुल’?

शार्दुल ने खुद बताया कब और कैसे पड़ा उनका निकनेम ‘लॉर्ड शार्दुल’?

 

शार्दुल ठाकुर. टीम इंडिया के तेज गेंदबाज. आंकड़ों के हिसाब से कहें तो एक ऐसा गेंदबाज, जो बल्लेबाजी भी कर लेता है. वहीं सोशल मीडिया ट्रोल्स के लिए ‘लॉर्ड शार्दुल ठाकुर’. वैसे तो निकनेम फै़न्स मोहब्बत से देते हैं. लेकिन शार्दुल ठाकुर के हिस्से में ट्रोलिंग आई. आमतौर पर जिस गेंदबाज की खूब पिटाई होती है. उन्हें सोशल मीडिया के ट्रोल्स ‘लॉर्ड’ नाम दे देते हैं.

करियर की शुरुआत में शार्दुल ठाकुर (Shardul Thakur) ने कई मैच में बहुत रन खर्च किये. इसी वजह से ट्रोलर्स उन्हें ‘लॉर्ड’ नाम से बुलाने लगे. हालांकि ये शार्दुल की कामयाबी है कि उन्होंने शानदार प्रदर्शन की बदौलत ट्रोलर्स को भी फैन बना लिया. और आज लोग उन्हें प्यार से ‘लॉर्ड शार्दुल ठाकुर’ बुलाते हैं. वैसे शार्दुल का एक और निकनेम है- बीफी.

जोहानसबर्ग टेस्ट के दूसरे दिन का खेल खत्म होने के बाद शार्दुल ने BCCI.tv  से बातचीत की. इस दौरान जब उनसे लॉर्ड शार्दुल निकनेम के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा

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‘सीरियसली मुझे नहीं पता कि किसने मेरा नाम लॉर्ड रखा. लेकिन मुझे लगता है कि इसकी शुरुआत ऑस्ट्रेलिया दौरे से लौटने के बाद इंग्लैंड के खिलाफ घरेलू सीरीज से हुई. ठीक IPL से पहले. मैंने उस सीरीज में काफी विकेट्स झटके थे, एक ही ओवर में दो विकेट हासिल किये थे. वहीं से मेरा नाम लॉर्ड शार्दुल पड़ा.’

बता दें कि जोहनसबर्ग टेस्ट में शार्दुल ठाकुर ने ऐतिहासिक कारनामा किया. उन्होंने 61 रन खर्च कर सात विकेट अपने नाम किये. और कई रिकॉर्ड्स तोड़ डाले. जोहानसबर्ग में शार्दुल ठाकुर के एक पारी में सात विकेट साउथ अफ्रीका के खिलाफ किसी भारतीय द्वारा किया गया बेस्ट बोलिंग परफॉर्मेंस है.

इससे पहले जोहानसबर्ग में साल 1992/93 में अनिल कुंबले ने 53 रन देकर छह विकेट चटकाए थे. शार्दुल की शानदार गेंदबाजी से सचिन तेंडुलकर काफी प्रभावित हुए. और उन्होंने अपने ट्विटर अकाउंट पर भारत के इस तेज गेंदबाज की तारीफ की. सचिन ने लिखा,

 

नियमित गति और वैरिएशंस से सात विकेट विकेट चटकाने पर शार्दुल ठाकुर को बधाई. बाकियों ने भी अच्छा साथ दिया.’

 

 सचिन की इस तारीफ पर शार्दुल ने कहा,‘ये मेरी खुशनसीबी है कि क्रिकेट के भगवान ने खुद मेरे बारे में ट्वीट किया है. मैंने सचिन सर के साथ कुछ मुकाबले खेले हैं. वो भी मुंबईकर हैं. उन्होंने मुझे हमेशा सपोर्ट किया है. उनसे तारीफ सुनकर अच्छा लगता है. मेरे लिए ये मनोबल बढ़ाने जैसा है.’

बताते चलें कि शार्दुल ठाकुर की घातक गेंदबाजी के आगे साउथ अफ्रीकी बल्लेबाज टिक नहीं पाए. मेजबान टीम की पहली पारी 229 रन पर सिमटी. साउथ अफ्रीका की तरफ से कीगन पीटरसन और तेम्बा बवुमा ने अर्धशतक लगाया. पीटरसन ने 62 रन बनाए. जबकि बवुमा ने 51 रन का योगदान दिया. भारत की ओर से शार्दुल के अलावा शमी को दो विकेट और बुमराह को एक विकेट मिला.

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